कहते हैं, परफेक्शनिस्ट आमिर खान के साथ जो भी एक बार काम कर लेता है, वह उनसे इंप्रेस हुए बिना नहीं रह सकता। उस पर आमिर का रंग इस कदर चढ़ जाता है कि वह उन्हीं की तरह सोचना-समझना शुरू कर देता है। इन दिनों करीना कपूर के साथ भी ऐसा ही हो रहा है। वे भी आमिर के रंग में रंग गई हैं। करीना के इस कदर रंगने से सैफ अली खान को कोई तकलीफ नहीं है। वे तो खुश हैं कि बेबो अब आमिर की ही तरह कम और अच्छी फिल्मों में एक्टिंग करेंगी। यदि ऐसा होता है, तो सैफ को भी करीना के साथ प्यार-भरे पल बिताने का मौका ज्यादा मिलेगा, लेकिन करीना आमिर की तरह साल में एक या दो फिल्में ही क्यों करेंगी..?
करीना जब से आमिर के करीब आई हैं, उन्हें उनके रियल और रील दोनों ही अवतार ने इंप्रेस किया है। 3 इडियट्स में आमिर के रील अवतार रैंचो से करीना ने सीखा है कि जिंदगी रेस नहीं है। उन्हें अनुमान हो गया है कि नंबर वन हीरोइन की रेस में बने रहने के लिए सही फिल्मों का चयन जरूरी है। वे जान गई हैं कि दूसरों की चिंता किए बिना उन्हें वही काम करना होगा, जिसे करना अच्छा लगता है। फिर रियल लाइफ के आमिर की तरह वे साल में एक ही फिल्म क्यों न करें? अब करीना वैसा ही कर रही हैं। उन्हें अहसास होने लगा है कि यदि अपने फिल्मी करियर को सही दिशा में ले जाना है, तो वक्त आ गया है कि आमिर का फार्मूला अपनाया जाए। करीना कहती हैं, जहां तक हमारी फिल्मों की बात है, तो आमिर गॉड हैं। वे जो भी करते हैं, वह परफेक्ट और सही होता है। भला कौन उनके नक्शे-कदम पर नहीं चलना चाहता है?
कम्बख्त इश्क और मैं और मिसेज खन्ना में करीना ने जैसी सतही भूमिका निभाई थी, अब वैसी भूमिकाओं से वे दूरी बना रही हैं। वे कहती हैं, मैं पर्सनली कम्बख्त इश्क जैसी फिल्मों में अपने रोल से बोर हो चुकी हूं। हालांकि मुझे कोई अफसोस नहीं है कि मैंने उस रोल के लिए हां क्यों किया? फिर भी अब मैं वैसे रोल नहीं करना चाहूंगी। अब परफॉर्मेस ओरियंटेड रोल करने की तरफ ही मेरा ध्यान रहेगा। पहले करीना सिर्फ दोस्ती के कारण कई ऐसी फिल्मों के ऑफर भी स्वीकार लेती थीं, जिनमें उन्हें कुछ खास नजर नहीं आता था। वे दिमाग की नहीं, दिल की सुनती थीं। भावनाओं में बहकर उन्होंने मैं और मिसेज खन्ना में अभिनय का प्रस्ताव स्वीकार किया था। अब वे ऐसा नहीं कर रही हैं। करीना अब सिर्फ उन्हीं निर्माता-निर्देशकों को एंटरटेन कर रही हैं, जिनके पास उनके लिए दमदार भूमिका हो और जो उन्हें पसंद हों। दरअसल, करीना समझ गई हैं कि उनका ग्लैमर नहीं, एक्टिंग टैलेंट ही उन्हें कट्रीना कैफ और दीपिका पादुकोण से उन्हें एक कदम आगे रख सकता है और अब तो एक्टिंग के मामले में भी करीना को प्रियंका चोपड़ा और विद्या बालन से टक्कर मिल रही है। ऐसे में करीना के लिए जरूरी हो गया है कि वे अपने लिए ऐसी फिल्में चुनें, जिनमें उन्हें एक्टिंग दिखाने का भरपूर मौका मिले। कहा जा रहा है कि करीना को ऐसी सलाह आमिर ने दी है। 3 इडियट्स करीना के फिल्मी करियर के लिए शुभ परिणाम ही लेकर नहीं आई, बल्कि इस फिल्म ने उनकी झोली में बेस्ट ऐक्ट्रेस का अवार्ड भी डाल दिया। करीना को इसकी बिल्कुल उम्मीद नहीं थी। करीना कहती हैं, 2009 का अंत मेरे लिए इससे बेहतर नहीं हो सकता था। करिश्मा की ही तरह मेरे लिए भी आमिर लकी रहे। अब आमिर संग अपनी जोड़ी को मिल रही प्रशंसा से करीना का हौसला और भी बढ़ गया है। वे कहती हैं, सभी को लगता है कि मैं और आमिर साथ में अच्छे लगते हैं। मैं उनके साथ जल्द दूसरी फिल्म करना चाहती हूं। इस बार मैं उन्हें दूसरे कलाकारों के साथ शेयर नहीं करूंगी। गौरतलब है कि करीना और आमिर ने 3 इडियट के पहले मणिरत्नम की फिल्म लाजो साइन की थी, लेकिन किसी कारणवश वह फिल्म अभी तक नहीं बन पाई है। 3 इडियट्स को मिली कामयाबी के बाद मणिरत्नम ने भी लंबे समय से अटकी हुई फिल्म लाजो को रिवाइव करने की तैयारी शुरू कर दी है। चर्चा है कि मणि की इस फिल्म के संगीत की तैयारी शुरू हो गई है।
इस समय करीना की फिल्मों की सूची पर नजर डालें, तो यह अहसास होता है कि वे आमिर फार्मूले को अपनाने में जुट गई हैं। उनकी फिल्मी झोली में इस समय तीन फिल्में हैं, काजोल के साथ लव यू मां, सैफ अली खान के साथ एजेंट विनोद और शाहरुख खान के साथ रा 1।