नई दिल्ली। स्वर सम्राज्ञी लता मंगेशकर ने बॉलीवुड बादशाह शाहरूख खान और शिवसेना के बीच चल रहे विवाद के बारे में कुछ भी बोलने से इंकार करते हुए कहा है कि वह सिर्फ कला के बारे में जानती हैं और संगीत हमेशा अच्छा होता है चाहे वह यहां का हो या सीमा पार का। इसे सीमाओं में नहीं बांधा जाना चाहिए। इंडियन प्रीमियर लीग के मैचों में पाकिस्तानी क्रिकेटरों को शामिल करने के बारे में शाहरूख की टिप्पणी को लेकर उठे विवाद पर टिप्पणी करने से इंकार करते हुए लता ने कहा, मैं सिर्फ कला के बारे में जानती हूं और इतना जरूर कह सकती हूं कि संगीत की कोई सीमा नहीं होती। संगीत हमेशा अच्छा होता है, यहां का हो या सीमा पार का। कला को किसी भी सीमा से नहीं बांधा जा सकता। दोनो देशों के संगीतकार बहुत अच्छा काम कर रहे हैं।
शाहरूख.. शिवसेना विवाद के बारे में टिप्पणी करने से इंकार करते हुए उन्होंने कहा, शाहरूख ने जो कहा, मैं उसके बारे में कुछ नहीं जानती और न ही मैं इस बारे में कुछ कहना चाहूंगी।
पाकिस्तानी क्रिकेटरों के बारे में शाहरूख के बयान ने देशभर में हंगामा मचा रखा है। शिवसेना को उनका यह बयान पसंद नहीं आया और शिवसेना ने शाहरूख से माफी मांगने को कहा। शाहरूख के इंकार करने पर उनकी फिल्म माई नेम इज खान को रिलीज नहीं होने की धमकी दे डाली, जिसे शुक्रवार को रिलीज होना है।
भारत रत्न से सम्मानित लता मंगेशकर ने खुद को इस विवाद से अलग करते हुए कहा कि वह इस बारे में कुछ नहीं कहना चाहेंगी। इस स्वर सम्राज्ञी ने कहा, मैं इस तरह की राजनीति में नहीं पड़ना चाहती। मैं इस बारे में कुछ नहीं कहूंगी।
लता जी ने हालांकि पाकिस्तान और भारतीय कलाकारों को किसी भी सीमा से नहीं बांधने की बात कही और कहा कि वह हमेशा से दोनों देशों के बीच संगीत के आदान-प्रदान की समर्थक रही हैं। उन्होंने कहा, मैं सिर्फ कला के बारे में कह सकती हूं। संगीत की कोई सीमा नहीं होती। अच्छा संगीत हमेशा अच्छा ही रहता है, भले ही यह सीमा पार का हो। कला को किसी भी सीमा से नहीं बांधा जा सकता। भारतीय सिनेमा की पा*र्श्वगायिका ने कहा, मैं हमेशा अच्छे संगीत की मुरीद रही हूं। दोनों देशों के गायक और संगीतकार एक दूसरे के साथ मिलकर काफी खूबसूरत संगीत दे चुके हैं। स्वर साम्राज्ञी ने भले ही अपने को शाहरूख मामले से अलग रखा हो लेकिन अभिषेक बच्चन, शिल्पा शेट्टी, सलमान खान समेत फिल्मों से जुड़ी कई हस्तियां किंग खान के समर्थन में आगे आई हैं।
इससे पहले भी शिवसेना ने मुंबई मराठी मानुस के मुद्दे लिए मास्टर ब्लास्टर सचिन तेंदुलकर और मुकेश अंबानी के खिलाफ मुहिम छेड़ दी थी।