नई दिल्ली। क्या आपने चुसनी के बारे में सुना है। यह है इलाहाबाद का खास आम जिसका स्वाद अब तक बॉलीवुड के मेगास्टार अमिताभ बच्चन नहीं भूले हैं।
ब्लॉग में अमिताभ ने बीते दिनों की याद करते हुए लिखा है बचपन में गर्मियों में घर पर बड़ा थैला भर चुसनी आम लाए जाते थे। हम सभी बच्चे पालथी मार कर आम खाने बैठ जाते और एक दूसरे को चुनौती देते थे कि कौन कितने आम खा सकता है। गुठलियों का ढेर इकट्ठा होने पर ही हमें लगता था कि हमने पर्याप्त आम खा लिए हैं। क्या दिन थे वह भी।
अमिताभ ने लिखा है कि उन दिनों उनके पिता की आर्थिक स्थिति अच्छी नहीं थी, इसलिए घर पर विलासिता के साधन भी नहीं थे। उन्होंने लिखा है तब हम घर के फर्श पर लगातार पानी छिड़कते रहते और इस पर बर्फ की सिल्ली डाल देते थे ताकि ठंडक फैले। घर पर एक सामान्य सीलिंग फैन था। बर्फ की वजह से होने वाली ठंडक हम सभी को खुश कर देती थी। हम लोगों ने कभी कोई मांग नहीं की और न ही सवाल उठाए।
अमिताभ ने लिखा है गर्मी तेज होने पर बरामदे में पर्दे गिरा दिए जाते थे। खास मौकों पर खस का भी उपयोग होता था। इसकी खुशबू अच्छी लगती थी। रात को हम लोग अपने गद्दे बाहर लान में ले आते थे और खुले में सोते थे। अगर बूंदाबांदी होती थी तो हम अंदर जाने के बजाय बाहर ही बिस्तर पर पड़े सोचते थे कि एक दिन जरूर ऐसी ऑटोमेटिक मशीन बनेगी जिसका बटन दबाते ही हम पर बारिश से बचने के लिए छतरी लग जाएगी और वह मशीन हमें सुरक्षित अंदर ले जाएगी जिससे हमारी नींद में खलल भी नहीं होगा।