कहते हैं, परिवर्तन प्रकृति का नियम है। बदलते वक्त के साथ सब कुछ बदल जाता है,पर हमारी भावनाएं नहीं बदलती। प्रेम भी ऐसी ही कोमल भावना है। आधुनिकता और महत्वाकांक्षा के इस दौर में भी प्रेम शब्द का माधुर्य, उसकी सरसता और उसकी गहराई बरकरार है। रूपहले पर्दे के कुछ चमकते सितारों ने हमें बताया कि उनकी नजर में प्यार क्या है? क्या बदलते वक्त के साथ प्यार की परिभाषा बदली है?
आमिर खान
प्यार आपकी पर्सनालिटी और आपके नजरिए को नई दिशा देता है। पिछले चार-पांच सालों से मेरी जिंदगी में जो बड़ी तब्दीली आयी है उसकी वजह है, किरण। किरण की पर्सनालिटी बेहद ब्राइट है। पॉजिटिव पर्सनालिटी है उनकी। मैं कैसे एक्सप्लेन करूं? जो एक नहर होती है ना. वाइब्रेंट और प्लेफुल । उनकी पर्सनालिटी वैसी ही है। पिछले पांच सालों में उनके प्यार और उनके साथ बिताए गए वक्त के कारण ही मेरी पर्सनालिटी में फर्क आया है। मैं थोड़ा रिलैक्स हुआ हूं। जब किरण जी से मेरी मुलाकात हुई, उनसे मेरी रिलेशनशिप बढ़ी तो मुझे लगा कि मैं खुल गया हूं। मुझमें बदलाव आया है मैं महसूस करता हूँ। मेरा मानना है कि प्यार आज हो या कल.. वह आपके जीवन को नए मायने देता रहा है और देता रहेगा।
करीना कपूर
जब आप किसी रिलेशनशिप में होते हैं, तो आपकेचेहरा हमेशा खिला-खिला होता है। दुनिया की परवाह नहीं होती आपको। मेरे साथ भी ऐसा ही है। मेरे लिए तो प्यार एक सेलीब्रेशन है।..फिर प्यार को छिपाना कैसा? प्यार किसी वजह से नहीं होता। उम्र भी कोई मायने नहीं रखता। प्यार के लिए यह जरूरी होता है कि आप किसी पर्सन को कैसे देखते हैं? उनके साथ कैसा महसूस करते हैं? मुझे सैफ की उम्र से कोई तकलीफ नहीं है। मुझे तो अच्छा लगता है कि उन्होंने मुझसे ज्यादा दुनिया देखी है। उन्हें मुझसे ज्यादा अनुभव है। मैं उन्हें अपनी लाइफ में फौलो कर सकती हूं। मेरे लिए तो सैफ ही मेरी दुनिया हैं। वे जब मेरे आस-पास होते हैं,तो ऐसा लगता है मेरे पास दुनिया की सारी खुशियां हैं।
कट्रीना कैफ
प्रेम अजीब सी फीलिंग है। इसे डिफाइन करना मुश्किल है, लेकिन इसमें गजब का मजा आता है। मैं इतना जानती हूं कि प्रेम आपको ताकत देता है। दुनिया को अलग तरीके से देखने का नजरिया देता है। प्रेम में आप दूसरे की फीलिंग का ध्यान रखते हैं। प्रेम में इंसान सेलफिस नहीं हो सकता। जिस इंसान को प्रेम होता है वह मेच्योर हो जाता है। कह सकते हैं कि प्रेम मेच्योरिटी लाता है। यदि इंसान को सच्चा प्यार मिल जाए तो समझिए कि वह बहुत लकी है। सच्चा प्यार आपको जिंदगी में आगे बढ़ने में मदद करता है। मैं सच्चे प्यार में बिलीव करती हूं।
सलमान खान
प्यार को कैसे परिभाषित करेंगे? वह मुझे नहीं पता। मुझे इतना पता है कि मुझे हमेशा सच्चा प्यार मिला है। मुझे अपनी मम्मी, पापा, भाई, बहन, भतीजों और दोस्तों से जो प्यार मिला है, वह सच्चा प्यार है। मैं प्यार के मामले में लकी हूं। मुझे कुछ लड़कियों का भी सच्चा प्यार मिला है।
प्रियंका चोपड़ा
समय भले ही बदल गया है लेकिन प्यार की परिभाषा और प्यार का अर्थ नहीं बदला है। मुझे लगता है कि प्यार करने वाले लोग बदल गए हैं। समय के साथ उनका अंदाज बदल गया है। प्यार को एक्सप्रेस करने का तरीका बदल गया है, लेकिन प्यार नहीं बदला है। प्यार का अहसास नहीं बदला है। आज भी जब कोई प्यार में होता है तो उसे सब कुछ अच्छा लगता है। वह खुश होता है। मैं सच्चे प्यार में विश्वास करती हूं। सच्चा प्यार वह होता है जो लाख मुश्किलें आएं फिर भी न बदले। सच्चा प्यार बहुत मुश्किल से मिलता है।
रितेश देशमुख
प्यार को परिभाषित करना बहुत मुश्किल है। फिर भी मैं कोशिश करता हूं। जब आप खुद से पहले किसी दूसरे के बारे में सोचने लगें, अपनी खुशी की बजाय किसी दूसरे की खुशी की फिक्र करने लगें, खुद से अधिक किसी दूसरे की चिंता करने लगें तो उसे सच्चा प्यार कहते हैं। प्यार में अपनी फिक्र किसे रहती है? प्यार को औरों ने दूसरे तरीके से परिभाषित किया है। वह उनका अनुभव और फीलिंग है। मेरे लिए प्यार की यही परिभाषा हमेशा रहेगी। प्यार कोई चीज थोड़े ही है जो वक्त के साथ बदल जाएगी, यह तो फीलिंग है। मुझसे भविष्य में भी कभी आप पूछेंगे तो प्यार को ऐसे ही परिभाषित करूंगा।
दीपिका पादुकोन
सभी प्यार करते हैं। सभी किसी के साथ प्यार-भरे रिश्ते में बंधते हैं और एक वक्त पर शादी भी करते हैं,पर प्यार को लेकर हर किसी का एप्रोच अलग होता है,समझ अलग होती है। प्यार आप किसी से भी कर सकते हैं..अपने माता-पिता से,दोस्त से या फिर खुद से। प्यार के लिए जो चीज सबसे जरूरी होती है..वह है,विश्वास। एक-दूसरे पर विश्वास की बुनियाद पर प्यार टिका रह सकता है। मुझे लगता है,प्यार की जो भावना होती है,वह हमेशा एक-जैसी रहती है। उसमें कभी कोई बदलाव नहीं आया है और ना आएगा। हां,एक बात मैं मानती हूं कि प्यार ढूंढने की जरूरत नहीं होती। जब और जहां प्यार होना होता है,हो जाता है।
राजीव खंडेलवाल
प्यार ऐसी भावना है जिसे यदि आप अभिव्यक्त न करें तो भी सामने वाले को समझ में आ जाती है। प्यार को अभिव्यक्ति करने के लिए शब्दों की जरूरत नहीं पड़ती। इसे सिर्फ महसूस किया जा सकता है। प्यार वह स्पेशल भावना है जो इंसान को एक ही समय पर कमजोर और शक्तिशाली दोनों फील कराती है। जो लोग इसे महसूस कर चुके हैं, वे अच्छी तरह समझ रहे होंगे। समय के साथ और कई भावनाओं को भी प्यार का नाम दिया गया है लेकिन सच्चा प्यार तबसे अलग है जबसे इंसान का जन्म हुआ। यह भावना कभी नहीं बदलेगी। इसे शब्दों में ढालने वाले लोग बदलते रहेंगे।
एषा देओल
प्यार एक रोमांचक फीलिंग है। इसकी अनुभूति का अलग ही मजा है, एक अलग ही खुशी है। मुझे जब भी प्रेम हुआ, मैंने चौबीस घंटे उसके साथ रहना चाहा। मैंने उससे चौबीस घंटे बात करना चाहा। न तो मुझे सोने की चिंता रहती थी और न खाने-पीने की। जब आप किसी से प्रेम करते हैं तो आपको उसके सिवा किसी और का खयाल नहीं रहता। हर वक्त आप उसी के बारे में सोचते रहते हैं। सच्चा प्यार वही होता है। यह सब कहने के लिए है कि आपको किसी से भी प्रेम हो सकता है, अपने मम्मी और पापा से भी, लेकिन यह गलत है। मैं इसमें यकीन नहीं करती हूं। आज भी प्यार बदला नहीं है।
समीरा रेड्डी
यह सच है कि हम आजकल,एक ऐसे दौर से गुजर रहे हैं जहां सभी चीजें पैसों पर निर्भर हो गयी है। सभी अपनी-अपनी दुनिया में मशगूल हैं और ऐसे में,प्यार और रोमांस के विषय के लिए समय निकालना ही नहीं,सोचना भी मुश्किल हो गया है,पर मेरे खयाल से आज भी ऐसे लोगों की संख्या बेहद कम है। प्यार ही ऐसा हथियार है जो हमारा तनाव कम करता है और हमें एक ऐसी दुनिया में ले जाता है जहां हम सुकून के कुछ पल बीता सकते हैं। मुझे लगता है,सबसे जरूरी होता है,खुद को प्यार करना और अपने परिवार को प्यार करना। जरूरी नहीं है,आप किसी व्यक्ति विशेष से ही प्यार करें..अपने माता-पिता और भाई-बहनों के लिए अपनी व्यस्तता के बीच समय निकालकर आप उनसे भी अपने प्यार का इजहार कर सकते हैं।
अर्जन बाजवा
प्यार का अहसास नहीं बदला है। आज भी लोग उतनी ही शिद्दत से प्यार को महसूस करते हैं। किसी से शिद्दत से प्यार करते हैं। हां, अब इंसान की प्राथमिकताएं बदल गई हैं। आज जिस समाज में हम हैं वहां काम को अधिक प्राथमिकता दी जाती है। लोग रिलेशनशिप पर कम ध्यान दे रहे हैं। पर मेरा मानना है कि जब सच्चा प्यार होता है तो वह सारी सीमाएं तोड़कर बाहर निकल आता है। अपना ही उदाहरण देता हूं। मैं इस वक्त अपने काम से प्यार करता हूं, लेकिन कल मुझे कोई सच्चा प्यार करने वाला मिल गया तो मैं उसे जाने नहीं दूंगा।
मुग्धा गोडसे
मुस्कुराने की वजह देता है,प्यार। प्यार के मायने आज भी वही हैं,जो पहले थे। बस, इतना फर्क आया है कि आज प्यार पर्दे के पीछे नहीं होता। इसे सेलीब्रेट करने का बहाना ढूंढा जाता है। वैलेंटाइन डे इसीलिए इतने जोश से मनाया जाता है। प्यार और रोमांस को कितना महत्व दिया जाए ,यह हम पर निर्भर करता है।मेरे अनुसार प्यार का सहारा लेकर किसी भी चीज को बेहतर बनाया जा सकता है या फिर,उससे नजर हटाकर चीजों को बर्बाद किया जा सकता है। यह सभी बातें हम पर निर्भर करती हैं लेकिन अंत में हमारे पास जो चीज रह जाती है वह है प्यार और कुछ नहीं।
तनुश्री दत्ता
आज के माहौल में प्यार का मतलब है दोस्ती। एक-दूसरे को स्पेस देना,एक-दूसरे के साथ तालमेल बिठाकर चलना और मिल-जुल कर रहना ही प्यार है। ऐसा नहीं है कि आप जिससे प्यार करते हैं,उसे उसकी जिंदगी जीने का मौका नहीं देंगे। उसके प्रति बेहद प्रोजेसिव हो जाए और उसपर वह करने का दबाव डालें, जो आपको पसंद है। मुझे लगता है आज बंधन नहीं है प्यार। आज कल,प्यार की शुरूआत दोस्ती से होती है। अच्छे दोस्त ही अच्छे प्रेमी-प्रेमिका बन सकते हैं। वे एक-दूसरे की कमजोरियों और खूबियों को समझ सकते हैं।