फिल्म इश्किया का सेट मुंबई से दूर सतारा जिले के वाई गांव में लगा हुआ था। अरशद वारसी, विद्या बालन और नसीरुद्दीन शाह पूरी टीम के साथ वहां इश्किया की शूटिंग में व्यस्त रहते थे। दिन भर की शूटिंग के बाद नवोदित निर्देशक अभिषेक चौबे, विद्या बालन और नसीरुद्दीन शाह के साथ ही पूरी टीम भी अपने-अपने आरामगाह का रुख कर लेती थी, लेकिन कोई था, जिसके लिए उस समय आराम करने का मतलब था वक्त गंवाना। जी हां, दिन-भर की शूटिंग के बाद अरशद को इंतजार होता था शाम के ढलने का। शूटिंग पैकअप होने के बाद अरशद अपनी गाड़ी की स्टेयरिंग संभालते थे और निकल जाते थे मुंबई के लिए। लगभग आठ घंटे की ड्राइव के बाद वे मुंबई पहुंचते थे। दो-तीन घंटे पत्नी और बच्चों के साथ बिताने के बाद सुबह-सुबह फिर निकल जाते वाई के लिए, जहां इश्किया की टीम शूटिंग की तैयारी में लगी होती थी। यह अरशद का पत्नी-प्रेम नहीं, तो और क्या है? अरशद कहते हैं, फिल्म इश्किया की शूटिंग के पहले लगभग एक साल तक मैं मारिया और बच्चों से दूर रहा था। इस दौरान कई फिल्मों की शूटिंग साथ-साथ कर रहा था। परिवार से एक साल की दूरी ने मुझे अपनी गलती का अहसास दिलाया। मारिया ने तो मुझे खूब डांटा था। अब मैं सुधर गया हूं। सुधरने की शुरुआत मैंने इश्किया की शूटिंग के समय से की। हर दिन रात को आठ घंटे ड्राइव करके मुंबई आता। मारिया और बच्चों के साथ वक्त गुजारता और फिर निकल जाता था वाई के लिए। दिन-भर की थकान के बाद परिवार के साथ बिताए गए दो घंटे मेरे लिए किसी उपहार से कम नहीं थे।
इश्किया में अरशद भोपाली युवक बब्बन की भूमिका निभा रहे हैं। सांवले रंग के बब्बन की दाढ़ी है, बड़ी-बड़ी मूंछें हैं। अरशद को बब्बन का यह नया लुक बेहद पसंद आ रहा है। अरशद कहते हैं, मुझे बब्बन वाला लुक पसंद आ रहा है। मूंछ पर ताव देना अच्छा लग रहा है। जब तक इश्किया रिलीज नहीं हो जाती, बब्बन के लुक में ही रहूंगा। बब्बन की भूमिका को जस्टिफाई करने के लिए मैंने अपने पूरे शरीर को कलर किया, ताकि बब्बन रियल लगे। शूटिंग से पहले की तैयारियों में अरशद यकीन नहीं करते। वे कहते हैं, शूटिंग से पहले वर्कशॉप में हिस्सा लेना मुझे अच्छा नहीं लगता। इश्किया के वर्कशॉप में भी मैंने हिस्सा नहीं लिया। इसके लिए मुझे भोपाली एक्सेंट में बोलना था। भोपाली एक्सेंट को एडॉप्ट करने के लिए मैंने अपने एक दोस्त की थोड़ी मदद ली। वह भोपाल का है, लेकिन अभी यूएस में रहता है। उसकी सलाह के अतिरिक्त मैंने किसी तरह की तैयारी नहीं की। मुझे नहीं लगता कि किसी भूमिका को रियल बनाने के लिए किसी तरह की स्पेशल तैयारी की जरूरत होती है। कैरेक्टर को एडॉप्ट करना समझ की बात होती है।
इश्किया में अरशद वारसी को गाली वाले डायलॉग बोलने पड़े, लेकिन यह करना उन्हें बिल्कुल अच्छा नहीं लगा। वे कहते हैं, मुझे फिल्म में गाली देना अच्छा नहीं लगा, लेकिन करना पड़ा। खासकर नसीर सर के साथ फाइट या ऐक्शन सीन करने और उन्हें गालियां देने में मुझे अजीब लगता था। कुछ भी हो, इश्किया का एक्सपीरिएंस मैं हमेशा शेयर करूंगा। अरशद को इस बात का कोई मलाल नहीं कि इश्किया में केंद्रीय भूमिका विद्या बालन की है। वे कहते हैं, स्क्रिप्ट अच्छी हो, मेरी भूमिका अच्छी हो, तो मुझे इस बात का कोई मलाल नहीं रहता कि फिल्म में किसकी भूमिका इंपॉर्टेट है। इश्किया के साथ भी ऐसा है। यह अच्छी फिल्म है। मेरा दिल कह रहा है कि यह बॉक्स ऑफिस पर भी सफल होगी।
इश्किया की रिलीज के बाद अरशद बतौर फिल्म निर्माता भी दर्शकों के सामने होंगे। उनकी होम प्रोडक्शन कंपनी के बैनर तले पहली फिल्म रिलीज के लिए तैयार है। वे जानकारी देते हैं, प्रोड्यूसर बन गया हूं। यह तो सबको पता है। मेरे प्रोडक्शन हाउस की पहली फिल्म बनकर तैयार है, जो 26 मार्च को रिलीज होगी। उसका नाम है हम, तुम और घोस्ट। इसकी रिलीज के बाद गोलमाल, लगे रहो मुन्नाभाई और धमाल के सिक्वल की शूटिंग में बिजी रहूंगा।